*👌अब कोरोना ने ली वैद्य की जान, इधर स्टेट बैंक का कैशियर भी पॉजिटिव👌*
*सतना।* अब तक सतना जिले की 16 जिंदगियां निगल चुके कोरोना वायरस covid 19 ने एक और जान ले ली है। सतना में कोरोना वायरस संक्रमण से 17 वीं मौत भी हो गई है। देश और प्रदेश के डेथ रेशियो से ऊपर चल रहे सतना के मौत के आंकड़े लगातार खतरनाक होते जा रहे हैं। पिछले 4 दिनों से रोजाना मौतें हो रही हैं। उधर मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है तो इधर अब कोरोना वायरस ने axis बैंक और hdfc बैंक के बाद देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ( sbi ) में भी एंट्री मार दी है।
*👍पहले आई नेगेटिव रिपोर्ट बाद में पॉजिटिव निकले, रीवा में हो गई मौत*
सतना शहर के समीपी गांव कैमा के एक बुजुर्ग वैद्य की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है। वैद्य को 4 अगस्त को सतना से रीवा रेफर किया गया था। तब उनकी कोरोना जांच नेगेटिव आई थी लेकिन तबियत बिगड़ गई थी इसलिए वैद्य को रीवा भेज दिया गया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी। रीवा में उनकी दोबारा कोरोना जांच हुई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई और उपचार के दौरान 8 अगस्त शनिवार की रात बुजुर्ग वैद्य की मौत हो गई। रविवार को कोरोना प्रोटोकॉल के तहत कैमा गांव के नामी वैद्य का अंतिम संस्कार भी रीवा में ही कर दिया गया।
*👍पॉजिटिव – नेगेटिव के असमंजस के बीच घर पर लग गई भीड़*
वैद्य की 4 अगस्त को कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी जिसके बाद यहां उनके गांव कैमा में लोगों का आवागमन उनके घर पर बना रहा। बाद में जब मौत हो गई तब भी लोग यही मानते रहे कि उन्हें कोरोना नही था लिहाजा मौत की खबर आने के बाद मातम पुर्सी करने भी बड़ी संख्या में लोग रविवार को उनके घर पहुंच गए। हालांकि अंतिम संस्कार के लिए शव न मिलने को लेकर लोग उलझन में तो रहे लेकिन तब लोगों को परिजन 4 अगस्त की नेगेटिव रिपोर्ट का हवाला देकर जानकारी देते रहे। परिजनों का कहना था कि उन्हें कोठी बीएमओ ने बताया था कि वैद्य जी की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव है। लेकिन सच इसके ठीक उलट था। बीएमओ ने परिजनों को 4 अगस्त की रिपोर्ट की जो जानकारी दी थी वह सही तो थी लेकिन उसके बाद रीवा में पॉजिटिव आई जांच रिपोर्ट के बारे में न तो बीएमओ को पता ही था और न परिजनों ने उसके बाद उसके बारे में कोई पतासाजी ही की। इसी भ्रम के कारण इलाज के दौरान भी और फिर कोरोना संक्रमित की मौत के बाद मृतक के घर पर लोगो की भीड़ पहुंचती रही।
*👍स्टेट बैंक के sme ब्रांच का असिस्टेंट मैनेजर संक्रमित*
Hdfc बैंक और axix बैंक के कर्मचारियों को अपनी जद में ले चुका कोरोना वायरस अब देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच में भी आ घुसा है। सतना में बस स्टैंड के पास चौरसिया काम्प्लेक्स में स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की एसएमई ( sme) ब्रांच में कार्यरत असिस्टेंट मैनेजर की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। असिस्टेंट मैनेजर ने अपनी कोरोना जांच का सेम्पल रीवा में दिया था। रविवार की रात उसमे संक्रमण की पुष्टि हुई है।
*👍सीने में दर्द की शिकायत, रीवा में दिया था भरहुत नगर निवासी बैंक कर्मी ने सेम्पल*
स्टेट बैंक कर्मी को सीने में दर्द और बुखार की शिकायत थी जबकि एक महिला सहकर्मी को भी सर्दी जुकाम था। दोनो ने रीवा में सेम्पल दिए था। महिला सहकर्मी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है लेकिन असिस्टेंट मैनेजर को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। बताया गया कि असिस्टेंट मैनेजर पांडेय का घर भरहुत नगर में है। उसके संपर्क में फिलहाल 10 लोगों के आने की खबर है। बैंक प्रबंधन को भी देर रात असिस्टेंट मैनेजर के कोरोना संक्रमित होने की खबर मिली। बताया जाता है कि बैंक की sme ब्रांच को 5 दिनों के लिए बंद किया जा सकता है ।
*👍जवाहर नगर निवासी अखबार के कर्मचारी की पत्नी पॉजिटिव*
शनिवार की रात आई रिपोर्ट में पॉजिटिव पाए गए मरीजों में शामिल मुस्लिम परिवार की 48 वर्षीया महिला सतना शहर के प्रकाशित होने वाले एक दैनिक समाचार पत्र के कर्मचारी की पत्नी है। जवाहर नगर निवासी मार्केटिंग का काम करता है जबकि कोरोना संक्रमित महिला शिक्षिका बताई जाती है।
*👍गलत पता लिखा कर गडरा में दिन भर घूमता रहा कोरोना पॉजिटिव युवक*
शनिवार की ही लिस्ट में शामिल रहा विश्वकर्मा परिवार का युवक दिन भर रैगांव क्षेत्र के मसनहा गांव के समीप गडरा ग्राम स्थित अपने घर मे ही रहा और दिन भर घूमता रहा। उसकी इस हरकत से ग्रामीण दहशत में रहे लेकिन यही उम्मीद लगाए रहे कि शायद कोई टीम उसे आइसोलेट कराने पहुंचे लेकिन जिम्मेदारों को सूचना दिए जाने के बाद भी कोई उसे लेने नही पहुंचा। बताया गया कि ययुवक ने अपनी जांच के वक्त अस्पताल में अपना पता गलत लिखवाया था और उसके बाद फोन उठाना भी बंद कर दिया था। इसी का फायदा उठा कर वह कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद अपने गांव में घूमता और दहशत फैलाता रहा।
*👍कॉलोनी में परिवार थाने में सेनेटाइजेशन*
प्रधान आरक्षक के कोरोना संक्रमित निकलने के बाद धारकुंडी थाना को तो रविवार को सेनेटाइज कराया गया लेकिन पुलिस कर्मियों के शासकीय आवासों की तरफ ध्यान नही दिया गया। प्रधान आरक्षक का परिवार वही आवास में रहा। बताया गया कि प्रधान आरक्षक कोरोना पॉजिटिव निकलने के पहले रीवा रोड स्थित बच्चों के अस्पताल में भी रहा था।
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