शास. महा.तिरोड़ी में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर सैनिकों का सम्मान समारोह आयोजित।
पंचायतीराज न्यूज
तिरोड़ी-शासकीय महाविद्यालय तिरोड़ी ने आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर एक सम्मान समारोह का आयोजन किया, जिसमें सैनिकों को भावपूर्वक सम्मानित किया गया। यह समारोह उन वीर जवानों को समर्पित है, जिन्होंने 1999 में हुए कारगिल युद्ध में अपने पराक्रम से देश के लिए लड़ते हुए अपनी जान न्यौछावर कर दी थी।
इस समारोह के मुख्य अतिथि श्री प्रभुदास जी तुरकने (भूतपूर्व सैनिक) ग्राम तिरोड़ी का प्राचार्या डॉ. नैनवती धारने द्वारा श्रीफल, पेन एवं शाल प्रदान कर सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि द्वारा भाषण दिया गया, जिसमें उन्होंने सैनिकों के शौर्य और बलिदान की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने उन सभी शहीद सैनिकों को याद किया, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी थी। उन्होंने भारतीय सेना के महान योध्दा की भूमिका को भी संवेदनशीलता से वर्णन किया और उनके साहसपूर्वक सामर्थ्य की सराहना की। तत्पश्चात् समस्त महाविद्यालयीन अधिकारी/ कर्मचारियों, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों एवं महाविद्यालय के समस्त छात्र-छात्राओं द्वारा शपथ ग्रहण किया गया और सैनिकों के सम्मान में भारत माता की जय एवं शहीद अमर रहे के नारे लगाये गये और शहीदों को श्रद्धांजली अर्पित की गई। सम्मान समारोह के इस पवित्र अवसर पर, सभी उपस्थित लोगों ने शहीद सैनिकों के पराक्रम और बलिदान को सलामी दी और उनके परिवारों को साहस और समर्थन का भाव प्रदान किया।
इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता श्री प्रभुदास जी तुरकने, प्राचार्या डॉ. नैनवती धारने, डॉ. रानी सोनी, डॉ. अश्विनी सातनकर, डॉ. आकांक्षा मेश्राम, डॉ. अरूण कुमार शिंदे, डॉ. योगेश सोनोने, डॉ. कुलदीप लखेरा, कविता क्षीरसागर, हितेश उके, अनंत कुमार साकेत, प्रदीप चौरे, सुरेश गिरि, विशाल दमाहे, दिलीप जामुड़कर, संजय यादव, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक एवं महाविद्यालय के विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।
यह समारोह शासकीय महाविद्यालय तिरोड़ी के लिए एक गर्व का पल रहा, जिससे सैन्य वीरता की महत्वपूर्ण भूमिका को समझाने और याद करने का मौका मिला। इस समारोह ने सैनिकों के साहसिक कार्यों को सराहा और उन्हें सम्मानित किया, जो हमारे देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान को खतरे में डालते हैं।
तिरोड़ी से अमित जैन की खबर
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