नगरपालिका चुनाव में भाजपा के नीति की आलोचना।भाजपा मानसिकता के लोग कैसे स्वीकार करेंगे कांग्रेस से आए प्रत्याशी को।

नगरपालिका चुनाव में भाजपा के नीति की आलोचना।
भाजपा मानसिकता के लोग कैसे स्वीकार करेंगे कांग्रेस से आए प्रत्याशी को।

ज्ञात हो की बालाघाट नगरपालिका चुनाव में वार्ड नंबर 22 में चुनाव होना है ।जिसको लेकर भाजपा कांग्रेस अपनी अपनी ताकत लगा रही है। 

लेकिन कुछ दिनों से बालाघाट भाजपा की किरकिरी हो रही है।

वार्ड नंबर 22 से भाजपा ने जिस मनीष नेमा को अपना प्रत्याशी बनाया है। वो कांग्रेस से लाया गया व्यक्ति है।
जिससे भाजपा के कार्यकर्ताओं में नाराजगी महसूस की जा सकती है।
इस चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस से लाकर मनीष नेमा को जनता के उपर थोप दिया है।

आप ही बताए की जो मनीष नेमा पिछले चुनाव में भाजपा के खिलाफ चुनाव लडे और भाजपा को कोश कोस कर गाली दिए।

आप ही बताए की जो भाजपा को गाली देते थे। जिनके हिमोग्लोबिन में कांग्रेस बैठी है वो सिर्फ सत्ता पाने के लिए आपके साथ है। जैसे ही आगामी समय में कांग्रेस की सरकार बनेगी ये फिर से वापस अपनी जगह चले जायेंगे।
भाजपा की ये रणनीति अपने ही कार्यकर्ताओं को रूष्ट कर रही है। अति आत्मविश्वास कभी कभी नुकसान दायक हो जाता है।

जो कार्यकर्ता इतने सालो से मेहनत कर रहा है और उसके ऊपर आप दूसरी पार्टी के लोगो को प्रत्याशी बनायेंगे तो उनके उपर क्या बीतेगी।
भाजपा अपने नीति और विचारों के लिए जाने जानी वाली पार्टी है। लेकिन इनकी नीति अब पतन की ओर इशारा कर रही है।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ