ग्रामीण वनांचल गांव के सरकारी स्कूल से पढ़कर एमबीबीएस मे चयनित हुआ अरुण मेरावी.पंचायतीराज न्यूज़, दमोह से पंकज मिश्रा की रिपोर्ट.

ग्रामीण वनांचल गांव के सरकारी स्कूल से पढ़कर एमबीबीएस मे चयनित हुआ अरुण मेरावी.
पंचायतीराज न्यूज़, दमोह से पंकज मिश्रा की रिपोर्ट.
     दमोह (बालाघाट) जिला मुख्यालय से 120 किलोमीटर दूर दमोह के सुदूर वनांचल ग्राम बोरी मदनटोला निवासी श्री देवलाल मेरावी का सुपुत्र अरुण मेरावी गांव की शासकीय प्राथमिक शाला मदनटोला से पढकर एकलव्य विद्यालय उकवा से हायर सेकेण्डरी उत्तीर्ण कर नीट की परीक्षा मे जूट गया और दूसरे ही प्रयास से आपका चयन आपकी अभिरुचि अनुसार एमबीबीएस महाविद्यालय सागर मे होने से पूरे क्षेत्र मे हर्ष व खुशी का माहौल छा गया है, इस सफलता पर आत्मीय जनो एवं क्षेत्रवासियों ने अपनी शुभकामनायें प्रतिशत की है! म. प्र. शिक्षक के तह. अध्यक्ष श्री हेमेन्द्र नेवारे तथा ब्लाक अध्यक्ष एस. आर. उके ने हर्ष व्यक्त कहा कि, *कौन कहता है प्रतिभाएं गांव मे नही होती*, ग्राम बोरी मदनटोला से इसके पूर्व श्री प्रेमसिह मेरावी (प्रधान पाठक)की बडी सुपुत्री सुश्री *नीति मेरावी एमबीबीएस डॉक्टर* एवं छोटी सुपुत्री सुश्री *भारती मेरावी डिप्टी कलेक्टर* बनी है , उसी परिवार से श्री शत्रुघन मेरावी मा. शिक्षक. क. हाई स्कूल दमोह के भतीजे अरुण मेरावी का *एमबीबीएस मे चयन* से मेरावी परिवार ने क्षेत्र व जिले का नाम रोशन किया है, इनकी सफलता आज के पढने वाले बच्चों के लिए अनुकरणीय उदाहरण है!अरुण के गुरु श्री जितेन्द्र वासनिक प्राथमिक शाला मदनटोला ने उसे जिस स्कूल मे पढाया था और हमेशा उसे बेहतर करने की सलाह दी थी, वहां बुलाकर उसकी सफलता पर मिठाई खिलाकर फूल माला से अपने शिष्य का सम्मान कर उसके भावी सुखद जीवन की शुभकामनाएं प्रदान की! ज्ञात हो कि, अरुण के माता पिता आज भी अपने परिवार की भरण पोषण के लिए शहर मे जाकर मजदूरी करते है, अपने बेटे को डॉक्टर बनाने की तमन्ना मे रात दिन मजदूरी कर पढाया लिखाया, चिकित्सा महाविद्यालय की शिक्षा पूरी करने के लिए अब वे शासकीय सुविधा सहायता की मांग शासन से की है!अरुण ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी कडी मेहनत, माता- पिता, भाई- बहन, गुरू जितेन्द्र वासनिक व चाचा शत्रुघन मेरावी के उचित मारगदर्शन को दिया!

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ