*“मै हूं अभिमन्यु” पुलिस अधीक्षक बालाघाट श्री नागेंद्र सिंह ने ब्रीफिंग के साथ की अभियान की शुरआत ।* *अभियान के अंतर्गत प्रतिदिन मैराथन , नुक्कड नाटक, क्विज प्रतियोगिता ,आदि के माध्यमों से स्कूल , विश्वविद्यालयों , शासकीय व अशासकीय कार्यस्थल तथा सार्वजनिक स्थानों मे युवाओं एवं पुरूषों को जागरूक कर चलाया जाएगा "मै हू अभिमन्यु अभियान"पंचायतीराज न्यूज़

*“मै हूं अभिमन्यु” पुलिस अधीक्षक बालाघाट श्री नगेन्द्र सिंह ने ब्रीफिंग के साथ की अभियान की शुरआत ।* 

*अभियान के अंतर्गत प्रतिदिन मैराथन , नुक्कड नाटक, क्विज प्रतियोगिता ,आदि के माध्यमों से स्कूल , विश्वविद्यालयों , शासकीय व अशासकीय कार्यस्थल तथा सार्वजनिक स्थानों मे  युवाओं एवं पुरूषों को जागरूक कर चलाया जाएगा "मै हू अभिमन्यु अभियान"पंचायतीराज न्यूज़ 
*पुलिस अधीक्षक ने कहा –  “अभिमन्यु की साहस और कर्तव्य की भावना प्रेरणादायक है । चक्रव्यूह तोड़ना सिर्फ एक युद्ध रणनीति नहीं, बल्कि जीवन के जटिल हालातों का सामना करने का प्रतीक भी है। इसलिए “मैं हू अभिमन्यु इस चक्रव्यूह को तोडूंगा” स्लोगन के साथ महिला अपराधों के प्रति जागरूकता लाने , अपराध के प्रति आवाज उठाने तथा अधिक संवेदनशील होने की आवश्यक्ता है हमारा लक्ष्य युवाओं को सशक्त बनाना है, ताकि वे लैंगिक भेदभाव के खिलाफ खड़े हों और समाज में एक सुरक्षित और समान वातावरण बनाने में सहयोग करें।“*
 
 मध्यप्रदेश पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक विशेष पहल की है, जिसमें पुरुषों से सहयोग की अपील की गई है। इस अभियान का उद्देश्य पुरुषों को जागरूक करना है कि वे महिलाओं की सुरक्षा में सक्रिय भूमिका निभाएं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करें।
दिनांक 03 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक अभियान के तहत महिलाओं एवं बालक/बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों पर नियंत्रण हेतु किया जायेगा जागरूक |

"मैं हूं अभिमन्यु" समाज को जागरूक करने हेतु पुलिस मुख्यालय का एक अभियान है जिसके तहत जिला बालाघाट में भी पुलिस अधीक्षक बालाघाट श्री  नगेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में "मैं हूं अभिमन्यु" इस चक्रव्यूह को तोडूंगा- यह अभियान सहयोग, सम्मान, समानता पर आधारित है । आज दिनांक 3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान में जिले के समस्त नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र वासियों को जागरूक किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य समाज में महिलाओं एवं बालक/बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों पर नियंत्रण एवं लडके/लडकियों को समान अवसर प्रदान करना, समाज के हर स्तर पर व्याप्त लिंगभेद को समाप्त करना एवं आज के पुरुष को सभ्य समाज के निर्माण हेतु रुढिवादी धारणाओं एवं पूर्वाग्रहों के चक्रव्यूह को तोडते हुये महिलाओं के विकास व सह-अस्तित्व का सहभागी बनाना है।

जिले मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालाघाट श्री विजय डावर के मार्गदर्शन मे  अभियान के शुभारंभ के तौर पर समस्त थाना प्रभारियों द्वारा बस स्टैंड , स्कूल , कालेज एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों मे छात्रों ,युवाओं एवं पुरूषों को इस अभियान के विषय मे जागरूक किया । अभियान के दौरान जारी किए गए स्टिकर, पोस्टर्स वितरित किए गए तथा सार्वजानिक स्थान पर चिपकाए गए एवं सभी को आसपास घटित होने वाले अपराधों के बारे में तत्काल पुलिस को सूचना देने हेतु कहा गया ।

*बालाघाट पुलिस सभी युवाओं से अपील करती है कि वे महिलाओं की सुरक्षा में सक्रिय भूमिका निभाएं। चाहे वह सड़क पर महिला को सुरक्षित महसूस कराना हो, या किसी असामाजिक गतिविधि के खिलाफ आवाज उठाना, हर कदम महत्वपूर्ण है।  बालाघाट से विजय रजक की रिपोर्ट

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